साल २०१० में अंतर्राष्ट्रीय जैवविविधता वर्ष को मनाते हुए इस प्रदर्शनी को विकसित किया गया। इस प्रदर्शनी में भारत के साथ-साथ दुनिया की वह जगहें विशेष रूप से दिखाई गईं हैं जहाँ जैवविविधता अपने चरम पर है। ऐसी जगहों के मुख्य पौधे और पशुओं की प्रजातियाँ यहाँ प्रदर्शित हैं। जैवविविधता की उर्जा का प्रमुख स्रोत प्रकाश संश्लेषण है। प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया को दिखाने के लिए बहुत सारे पौधे, पत्तियाँ, पत्तियों की अंदरूनी संरचना, कार्बन डाईऑक्साइड सोखने वाले अंग और ऑक्सीजन का छोड़ा जाना, क्लोरोफिल बनाने में क्लोरोप्लास्ट की भूमिका, प्रकाश संश्लेषण के समय होने वाली रासायनिक प्रतिक्रियाओं से संबंधित प्रदर्शों की एक शृंखल की व्याख्या की जाती है। दिलचस्प रेखा चित्रों की सहायता से प्रकाश संश्लेषण के दैरान होने वाली लाईट और डार्क रिएक्शन के बारे में समझाया गया है। कोशिका, केन्द्रक, अंदरूनी केन्द्रक, लयनकाय और सूत्र कणिका (सेल, न्यूक्लियस, न्यूक्लियोलस, लाइसोसोम्स और माईटोकॉन्ड्रिया) के त्रि-आयामी मॉडलों को यहाँ दर्शाया गया है। यह प्रदर्शनी विद्यार्थियों को जैव विविधता और प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया को समझाने में बहुत सहायक है।